tag:blogger.com,1999:blog-1705435736765077197.post1140524264482404501..comments2023-09-02T03:42:20.087-07:00Comments on घूमता चश्मा: लो जी चिट्ठाजगत का एक और चिट्ठा ---- घूमता चश्माहिमांशु पन्तhttp://www.blogger.com/profile/06846898954042796560noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-1705435736765077197.post-49431533669953530002010-05-11T05:43:25.259-07:002010-05-11T05:43:25.259-07:00" बाज़ार के बिस्तर पर स्खलित ज्ञान कभी क्रांत..." बाज़ार के बिस्तर पर स्खलित ज्ञान कभी क्रांति का जनक नहीं हो सकता "<br /><br />हिंदी चिट्ठाकारी की सरस और रहस्यमई दुनिया में राज-समाज और जन की आवाज "जनोक्ति.कॉम "आपके इस सुन्दर चिट्ठे का स्वागत करता है . चिट्ठे की सार्थकता को बनाये रखें . अपने राजनैतिक , सामाजिक , आर्थिक , सांस्कृतिक और मीडिया से जुडे आलेख , कविता , कहानियां , व्यंग आदि जनोक्ति पर पोस्ट करने के लिए नीचे दिए गये लिंक पर जाकर रजिस्टर करें . http://www.janokti.com/wp-login.php?action=register, <br /><br />साथ हीं जनोक्ति द्वारा संचालित एग्रीगेटर " ब्लॉग समाचार " http://janokti.feedcluster.com/ से भी अपने ब्लॉग को अवश्य जोड़ें .Jayram Viplavhttps://www.blogger.com/profile/16251643959205358549noreply@blogger.com